Adobe Analytics से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Adobe Analytics ऐसे टूल्स का एक व्यापक और बेहतरीन सेट देता है, जो आधुनिक उद्योगों की जटिल डेटा एनालिसिस की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। पर्सनलाइज़ किए गए रीएंगेजमेंट को चालू करने वाले रीमार्केटिंग ट्रिगर्स से लेकर डेटा-ड्रिवेन एक्सपीरिएंसेज़ के लिए AEM जैसे कॉन्टेंट मैनेजमेंट सिस्टम्स के साथ आसान इंटीग्रेशन तक, यह प्लेटफ़ॉर्म डेटा को ऐक्शनेबल इंटेलिजेंस का रूप देने पर ज़ोर देता है।
इस पोस्ट में ये विषय शामिल होंगे:
रीमार्केटिंग ट्रिगर से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Adobe Analytics और AEM इंटीग्रेशन से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
गलती की पहचान से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
डेटा वेयरहाउस और डेटा फ़ीड से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
इंटेलिजेंट अलर्ट्स से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
लाइव स्ट्रीम से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
वीडियो एनालिटिक्स से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
वॉइस Analytics से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
कोहोर्ट एनालिसिस से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Adobe Analytics और GDPR कॉम्प्लायंस से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
रीमार्केटिंग ट्रिगर से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल।
फिर से एंगेज होने वाले कस्टमर्स संभावित कस्टमर्स के लिए रीमार्केटिंग एक महत्वपूर्ण रणनीति है। Adobe Analytics कन्ज्यूमर के बुनियादी व्यवहारों की पहचान करने और उन पर काम करने के लिए टूल्स उपलब्ध करवाता है। यह बेहद असरदार, डेटा-ड्रिवेन रीमार्केटिंग कैंपेन्स चालू करने के लिए आसान अप्रोच से आगे जाकर काम करता है।
Adobe Analytics में रीमार्केटिंग ट्रिगर्स क्या होते हैं?
Adobe Analytics के रीमार्केटिंग ट्रिगर्स किस तरह बेसिक कामों (जैसे कार्ट छोड़ना) से आगे के काम भी करते हैं?
Adobe Analytics में किस तरह के ऐक्शन रीमार्केटिंग को ट्रिगर कर सकते हैं?
Adobe Analytics रीमार्केटिंग के लिए Adobe Campaign से कैसे इंटीग्रेट करता है?
Adobe Analytics, Adobe Campaign के साथ असरदार इंटीग्रेशन क्षमताएँ पेश करता है। दोनों सॉल्यूशन्स की यह जोड़ी तेज़ी से काम करने के लिए डिज़ाइन की गई है, जिससे मार्केटर्स अपनी रीमार्केटिंग रणनीतियों को जल्दी से लागू कर सकते हैं। इंटीग्रेट किए जाने के बाद, ये सिस्टम एक साथ मिलकर काम करते हैं, ताकि मार्केटर्स किसी ट्रिगर इवेंट पर लगभग तुरंत कार्रवाई कर सकें। इससे यह पक्का होता है कि रीमार्केटिंग मैसेजेस एकदम सटीक समय पर भेजे गए हैं। यह इंटीग्रेशन इनसाइट्स को ऐक्शन में बदलने के लिए निर्णायक है।
सिस्टम की कन्ज्यूमर के बुनियादी बर्तावों के व्यापक सिनारियोज़ की निगरानी करने और क्रॉस-सॉल्यूशन कम्यूनिकेशन शुरू करने की क्षमता, खास तौर से Adobe Campaign के साथ रीयल-टाइम में, बुनियादी बदलाव का संकेत देती है। यह मार्केटिंग को रिऐक्टिव, बैच-ओरिएंटेड रीमार्केटिंग रणनीति से बड़े पैमाने पर सक्रिय, अत्यधिक प्रासंगिक और पर्सनलाइज़्ड एंगेजमेंट के मॉडल की ओर ले जाता है। यह बताता है कि बिज़नेस कस्टमर के कई सारे सिग्नलों के आधार पर पूरे फ़्लो को ऑटोमेट कर सकते हैं, जिससे ज़्यादा असरदार इंटरैक्शन हो सकते हैं।
Adobe Analytics और AEM इंटीग्रेशन से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल।
पर्सनलाइज़ किए गए डिजिटल एक्सपीरिएंसेज़ बनाने के लिए, कस्टमर डेटा इनसाइट्स और कॉन्टेंट डिलीवरी को अलाइन करना बहुत ज़रूरी है। Adobe Analytics और Adobe Experience Manager (AEM) का इंटीग्रेशन इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि इस अंतर को भरा जा सके और डेटा पर आधारित कॉन्टेंट स्ट्रैटेजी को बढ़ावा दिया जा सके।
Adobe Analytics और AEM Sites एक साथ कैसे काम करते हैं?
Analytics को AEM के साथ इंटीग्रेट करने के क्या फ़ायदे हैं?
गलती की पहचान से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
सही मायनों में महत्वपूर्ण इवेंट्स की पहचान करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। Adobe Analytics का गलती की पहचान फ़ीचर इन गंभीर भटकावों की ऑटोमैटिक तरीके से पहचान करने के लिए ऐडवांस स्टैटिसटिकल तरीके लागू करता है, जिससे बिज़नेसेज़ को अवसरों और खतरों के लिए असरदार ढंग से प्रतिक्रिया देने में मदद मिलती है।
Adobe Analytics में गलती की पहचान फ़ीचर क्या है?
गलती की पहचान फ़ीचर से महत्वपूर्ण डेटा इवेंट का पता लगाने में कैसे मदद मिलती है?
गलती की पहचान फ़ीचर के साथ कॉन्ट्रिब्यूशन एनालिसिस का इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है?
क्या गलती की पहचान फ़ीचर सीज़नल बदलावों का भी पता लगाता है?
डेटा वेयरहाउस और डेटा फ़ीड से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
ऐडवांस एनालिसिस, कस्टम मॉडलिंग और व्यापक एंटरप्राइज़ डेटा ईकोसिस्टम के साथ इंटीग्रेशन के लिए डेटा तक बारीकी से पहुँचना ज़रूरी होता है। Adobe Analytics इन ज़रूरतों को पूरा करने के लिए डेटा वेयरहाउस और फ़ीड उपलब्ध करवाने के साथ ही, पावरफ़ुल डेटा स्टोरेज, प्रॉसेसिंग और एक्सपोर्ट की सुविधा देता है।
Adobe Analytics में डेटा वेयरहाउस और डेटा फ़ीड्स से क्या मतलब है?
Adobe Analytics का डेटा वेयरहाउस, डेटा रीप्रॉसेसिंग और ऐंडवांस्ड रिपोर्टिंग के विकल्पों के साथ कस्टमर डेटा के बढ़े हुए स्टोरेज के लिए भी क्षमता देता है। इसे बड़े डेटासेट और जटिल एनालिटिकल क्वेरीज़ को हैंडिल करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
डेटा फ़ीड्स का उद्देश्य बिना प्रॉसेस किए हुए डेटा को बैच में डिलीवर करना है। इन्हें रोज़ या घंटे के आधार पर शेड्यूल किया जा सकता है, जिससे बिना प्रॉसेस किया गया डेटा लगातार मिलता है। ये दोनों कंपोनेंट्स Adobe Analytics द्वारा इकट्ठा किए गए ग्रैन्युलर डेटा को मैनेज और ऐक्सेस करने में बिल्कुल अलग लेकिन एक-दूसरे के पूरक के तौर पर काम करते हैं। डेटा वेयरहाउस डेटा को लंबे समय तक स्टोर करने और गहराई से एनालिसिस करने की ज़रूरतों को पूरा करता है, जबकि डेटा फ़ीड्स अन्य सिस्टम्स में इस्तेमाल किए जाने के लिए रॉ (प्रॉसेस नहीं किया गया डेटा) डेटा के रेग्युलर और ऑटोमेटेड तरीके से निकालने की सुविधा देता है।
Adobe Analytics से रॉ डेटा का इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है?
डेटा वेयरहाउस की क्या क्षमताएँ हैं?
डेटा फ़ीड्स, डेटा डिलीवरी को कैसे स्ट्रीमलाइन करती हैं?
इंटेलिजेंट अलर्ट्स से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
समय पर फ़ैसला लेने के लिए महत्वपूर्ण डेटा बदलावों के बारे में लगातार जानकारी मिलना बहुत ज़रूरी है। Adobe Analytics में इंटेलिजेंट अलर्ट्स प्रमुख मेट्रिक्स और गलतियों की निगरानी करने का एक ऑटोमेटे़ड तरीका उपलब्ध करवाते हैं और अहम इवेंट होने पर यूज़र्स को तुरंत जानकारी देते हैं।
Adobe Analytics में इंटेलिजेंट अलर्ट्स क्या हैं?
इंटेलिजेंट अलर्ट्स, गलती की पहचान फ़ीचर के साथ कैसे काम करते हैं?
किस प्रकार के अलर्ट ट्रिगर्स कॉन्फ़िगर किए जा सकते हैं?
अलर्ट्स को किस तरह मैनेज और डिलीवर किया जाता है?
स्टैक किए गए अलर्ट्स क्या होते हैं?
स्टैक किए गए अलर्ट्स, यूज़र्स को संबंधित KPI के लिए अलग-अलग कई सारे अलर्ट्स बनाने और मैनेज करने के बजाय, एक ही अलर्ट के अंदर कई मेट्रिक्स की निगरानी करने की सुविधा देकर अलर्ट मैनेजमेंट को स्ट्रीमलाइन करते हैं। इसके अलावा, अलर्ट्स को ऑडियंस के किसी खास सेगमेंट या डिवाइसों के आधार पर फ़िल्टर करके और भी बेहतरीन नतीजे पाए जा सकते हैं। काम की जानकारी को ग्रुप्स में बाँटकर स्टैक किए गए अलर्ट्स नोटिफ़िकेशन की संख्या में कमी कर देते हैं। फ़िल्टर करने की क्षमता इस प्रॉसेस में और भी ज़्यादा बारीकी जोड़ती है और यह पक्का करती है कि अलर्ट्स पाने वाले लोगों या बिज़नेस के उस खास क्षेत्र के लिए ये बेहद प्रासंगिक हों, जिसकी निगरानी की जा रही है।
इंटेलिजेंट अलर्ट्स की शुरुआत (खास तौर से जब इसे गलती की पहचान फ़ीचर के साथ इंटीग्रेट किया जाता है), यूज़र्स किस तरह अपने डेटा के साथ इंटरैक्ट करते हैं, इसमें आए बदलाव को दिखाती है। अब यूज़र्स को मैन्युअल तरीके से बहुत बड़े और जटिल डेटासेट के अंदर इनसाइट्स या समस्याएँ खोजने की ज़रूरत नहीं है, यह सिस्टम इसकी पूरी निगरानी करता है। यह महत्वपूर्ण इवेंट और भटकावों को "अपने आप जेनरेट की गई एनालिसिस के लिंक के साथ ईमेल या SMS" जैसे चैनलों के माध्यम से पहले ही फ़्लैग कर देता है। इससे डेटा-संचालित सिग्नल्स के लिए ज़्यादा एंगेज करने वाली, रिस्पॉन्सिव और तात्कालिक रणनीति को बढ़ावा मिलता है।
लाइव स्ट्रीम से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
रीयल टाइम में डेटा ऐक्सेस करने और उस पर कार्रवाई करने से, आपको प्रतियोगी माहौल में काफ़ी फ़ायदा मिल सकता है। Adobe Analytics का लाइव स्ट्रीम फ़ीचर यह क्षमता उपलब्ध करवाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह तुरंत एनालिसिस और ऐक्टिवेशन के लिए नये डेटा का लगातार फ़्लो डिलीवर करता है।
Adobe Analytics में लाइव स्ट्रीम फ़ीचर क्या है?
लाइव स्ट्रीम से आए हुए रीयल-टाइम डेटा के यूज़ केसेज़ क्या हैं?
क्या लाइव स्ट्रीम अन्य Adobe Experience Cloud प्रॉडक्ट्स के साथ इंटीग्रेट करता है?
वीडियो एनालिटिक्स से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल।
डिजिटल एंगेजमेंट में वीडियो कॉन्टेंट बहुत असरदार कारक है। कॉन्टेंट क्रिएटर्स, मार्केटर्स और मीडिया कंपनियों के लिए यह समझना बहुत ज़रूरी है कि व्यूअर वीडियो के साथ किस तरह इंटरैक्ट करते हैं। Adobe Analytics वीडियो के गहराई से मूल्यांकन और एनालिसिस के लिए स्पेशलाइज़्ड फ़ीचर उपलब्ध करवाता है।
वीडियो एनालिटिक्स क्या क्षमताएँ प्रदान करता है?
वीडियो एनालिटिक्स से किन प्लेटफ़ॉर्म्स को ट्रैक किया जा सकता है?
कौन-से प्रमुख वीडियो मेट्रिक्स इकट्ठा किए जा सकते हैं?
बेसिक व्यू काउंट के अलावा, वीडियो एनालिटिक्स से प्रमुख मेट्रिक्स का पूरा सेट इकट्ठा करने की सुविधा मिलती है, जिससे एंगेजमेंट और परफ़ॉर्मेंस की गहरी इनसाइट्स मिलती हैं। इनमें शामिल हैं:
- एक ही समय में व्यूअर्स की संख्या प्रति मिनट: लाइव वीडियो इवेंट के दौरान ऑडियंस एंगेजमेंट का मूल्यांकन करने के लिए विशेष रूप से उपयोगी।
- एक्सपीरिएंस मेट्रिक्स की क्वॉलिटी: ये मेट्रिक्स बफ़रिंग या गड़बड़ियों जैसे पहलुओं को ट्रैक करके ऑडियंस के लिए सहज और बिना रुकावट वाला वीडियो डिलीवरी एक्सपीरिएंस पक्का करने में मदद करते हैं।
- डाउनलोड किए गए ऑफ़लाइन कॉन्टेंट की ट्रैकिंग: यह ऑफ़लाइन देखे जाने के लिए डाउनलोड किए गए वीडियो कॉन्टेंट के साथ एंगेजमेंट को कैप्चर करता है।
- रीयल-टाइम ट्रेंडिंग वीडियोज़: व्यूअर्स के बीच सबसे ज़्यादा लोकप्रिय वीडियो कॉन्टेंट की पहचान करता है ।
- वीडियो विज्ञापन एनालिसिस: यह समझने में मदद करती है कि विज्ञापन डिलीवरी व्यूअर्स पर किस तरह असर डालती है और यह पक्का करती है कि सही और पर्सनलाइज़ किए गए विज्ञापन मैसेजेज़ डिलीवर किए जाएँ। ये मेट्रिक्स वीडियो कॉन्टेंट की पहुँच, एंगेजमेंट क्वॉलिटी, टेक्निकल परफ़ॉर्मेंस और मॉनेटाइज़ेशन के लिए असर के बारे में बारीक समझ देते हैं।
क्या यह ऑफ़लाइन कॉन्टेंट ट्रैकिंग और वीडियो विज्ञापन एनालिसिस को सपोर्ट करता है?
वीडियो के लिए फ़ेडरेटेड एनालिटिक्स क्या है?
फ़ेडरेटेड एनालिटिक्स वीडियो एनालिटिक्स से जुड़ा एक फ़ीचर है, जो डिस्ट्रीब्यूटर्स से वीडियो एनालिटिक्स डेटा शेयर करने और प्राप्त करने की सुविधा देता है। इसका लक्ष्य वीडियो के इस्तेमाल का ज़्यादा समग्र नज़रिया देना और कई तरह के डिवाइसों और डिस्ट्रीब्यूशन पार्टनर के माध्यम से पूरी ऑडियंस की पहुँच को बेहतर ढंग से समझना है। यह उन कॉन्टेंट क्रिएटर्स और मीडिया कंपनियों के लिए खास तौर पर अहम है, जो अपने वीडियो कॉन्टेंट को कई थर्ड-पार्टी प्लैटफ़ॉर्म्स या सेवाओं के ज़रिये डिलीवर करते हैं क्योंकि यह उन्हें अपनी ऑडियंस की व्यापक तस्वीर के लिए व्यूअरशिप डेटा को इकट्ठा करने की सुविधा देता है।
वीडियो देखने की आदतों के बारे में डिटेल्ड जानकारी मुहैया करवाकर, रीयल टाइम में ट्रेंडिंग वीडियो की पहचान करके और वीडियो विज्ञापन एनालिसिस को चालू करके, यह सॉल्यूशन कॉन्टेंट क्रिएशन स्ट्रैटेजी, प्रोग्रामिंग शेड्यूल और वीडियो विज्ञापन दृष्टिकोणों के बारे में पूरी जानकारी के साथ डेटा-संचालित फ़ैसले लेने में मीडिया कंपनियों, कॉन्टेंट क्रिएटर्स और मार्केटर्स की मदद करता है। उदाहरण के लिए, यह समझना कि विज्ञापन डिलीवरी व्यूअर के एक्सपीरिएंस पर कैसे असर डालती है और यह पक्का करना कि विज्ञापन के मैसेजेज़ पर्सनलाइज़्ड हैं, मॉनेटाइज़ेशन के नतीजों को सुधार सकता है और व्यूअर रिटेन्शन को बेहतर बना सकता है।
वॉइस एनालिटिक्स से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
वॉइस असिस्टेंट और वॉइस पर आधारित इंटरफ़ेस लगातार, कन्ज्यूमर्स के टेक्नोलॉजी और ब्रांड्स के साथ इंटरैक्ट करने के तरीके का अभिन्न अंग बनते जा रहे हैं। Adobe Analytics वॉइस डेटा को कैप्चर और एनालाइज़ करने के लिए खास फ़ीचर उपलब्ध करवाता है, जिससे बिज़नेसेज़ को इन उभरते हुए एक्सपीरिएंसेज़ को ऑप्टिमाइज़ करने में मदद मिले।
Adobe Analytics किस तरह वॉइस असिस्टेंट एनालिटिक्स को सपोर्ट करता है?
वॉइस इंटरैक्शन के लिए कौन-से प्रमुख मेट्रिक्स कैप्चर किए जा सकते हैं?
वॉइस इंटरैक्शन की बारीक समझ देने के लिए, Adobe Analytics प्रमुख डेटा पॉइंट्स को कैप्चर करने की सुविधा देता है, खास तौर से जो इस मीडियम के लिए प्रासंगिक हों। इन मेट्रिक्स.में ये शामिल हैं:
- इस्तेमाल की फ़्रीक्वेंसी: यूज़र्स, वॉइस ऐप्लिकेशन के साथ कितना इंटरैक्ट करते हैं।
- इंटेंट: यूज़र्स अपनी वॉइस कमांड्स से क्या हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं?
- यूज़र ऑथेंटिकेशन: वॉइस सेशन्स के दौरान यूज़र्स को प्रमाणित किया जाता है या नहीं और अगर किया जाता है तो कैसे?
- स्लॉट्स: किसी इंटेंट को पूरा करने के लिए ज़रूरी विशिष्ट जानकारी (जैसे, मौसम संबंधी रिक्वेस्ट के लिए शहर का नाम)।
- पैरामीटर्स: यूज़र्स द्वारा अपनी रिक्वेस्ट से जुड़ी अतिरिक्त जानकारी देना।
- सेशन की अवधि: वॉइस इंटरैक्शन सेशंस की अवधि। ये विशेष मेट्रिक्स वॉइस इंटरैक्शन की अनूठी विशेषताओं के अनुरूप तैयार किए गए हैं, जिससे बिज़नेसेज़ को यूज़र का व्यवहार, क्वेरीज़ की सफलता दर, टकराव के बिंदु और अपने वॉइस वाले ऐप्लिकेशन के साथ ओवरऑल एंगेजमेंट के स्तर को समझने में मदद मिलती है।
वॉइस डेटा को ओमनीचैनल व्यू में कैसे इंटीग्रेट किया जाता है?
वॉइस असिस्टेंट ऐप्लिकेशन से प्राप्त डेटा को अन्य सभी चैनलों (जैसे, वेब, मोबाइल ऐप, ईमेल) से प्राप्त डेटा के साथ देखा जा सकता है, जिससे ब्रांड के साथ उनकी पूरी यात्रा के दौरान कस्टमर इंटरैक्शन्स का पूरा और यूनिफ़ाइड व्यू उपलब्ध हो सके। इसके अलावा, शक्तिशाली एनालिटिकल क्षमताओं, जैसे कि गलतियों की पहचान फ़ीचर और अनलिमिटेड़ रियल-टाइम सेगमेंटेशन को इस एकत्रित वॉइस डेटा पर लागू किया जा सकता है, ठीक उसी तरह जैसे वे अन्य चैनलों के डेटा पर लागू होते हैं। यह इंटीग्रेशन यह समझने के लिए ज़रूरी है कि वॉइस इंटरैक्शन किस तरह अन्य टचपॉइंट्स को प्रभावित करते हैं या उनके पूरक के तौर पर काम करते हैं, और कस्टमर एक्सपीरिएंस के पूरे लैंडस्केप में एक जैसे एनालिटिकल मेथड कैसे लागू करते हैं।
इंटेंट, यूज़र ऑथेंटिकेशन, स्लॉट्स, पैरामीटर्स और सेशन की अवधि जैसे विस्तृत मेट्रिक्स को कैप्चर करने से वॉइस एनालिटिक्स, इस्तेमाल की आसान गणना या कमांड लॉग से कहीं आगे निकल जाता है। इतने बारीक स्तर की जानकारी से इस बात की ज़्यादा गहन समझ मिलती है कि यूज़र्स अपने वॉइस कमांड्स से क्या हासिल करना चाहते हैं, वे वॉइस ऐप्लिकेशन के बातचीत के फ़्लो के साथ किस तरह इंटरैक्ट करते हैं और किस जगह उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है या टास्क छोड़ना पड़ रहा है। इस प्रकार की डिटेल्ड इनसाइट बातचीत की डिजाइनों को ऑप्टिमाइज़ करने, वॉइस पर आधारित सेवाओं की प्रासंगिकता और सटीकता को बेहतर बनाने और अंत में, यूज़र की संतुष्टि को बढ़ाने के लिए ज़रूरी है।
कोहोर्ट एनालिसिस से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल।
केवल एक बिंदु पर नहीं, बल्कि समय के साथ यूज़र के बर्ताव को समझना, असली एंगेजमेंट, रिटेन्शन और प्रॉडक्ट्स और मार्केटिंग की कोशिशों के दूरगामी असर का मूल्यांकन करने के लिए बुनियादी ज़रूरत है। Adobe Analytics में कोहोर्ट एनालिसिस इस परिप्रेक्ष्य को हासिल करने के लिए एक मज़बूत टेक्नीक है।
Adobe Analytics में कोहोर्ट एनालिसिस क्या है?
कोहोर्ट एनालिसिस के लिए यूज़ केसेज़ क्या हैं?
कोहोर्ट एनालिसिस एक बहुउपयोगी टूल है, जो बिज़नेस के कई सवालों पर लागू होता है। कुछ रोज़ के यूज़ केसेज़ में ये शामिल हैं:
- ऐप एंगेजमेंट: मोबाइल ऐप इंस्टॉल करने वाले यूज़र्स किस तरह समय के साथ उससे एंगेज रहते हैं, इसकी एनालिसिस करना, पैटर्न की पहचान करना, जैसे कि शुरुआती मंजूरी, इस्तेमाल में कमी, या लंबे समय तक लगातार एंगेजमेंट।
- सब्सक्रिप्शन कन्वर्ज़न: यूज़र्स के शुरुआती साइन-अप के बाद के महीनों में, फ़्री सब्सक्रिप्शन या ट्रायल वर्ज़न को अपग्रेड करके पेमेंट वाले वर्ज़न पर जाने की दर को ट्रैक करना।
- जटिल कोहोर्ट सेगमेंट्स: समावेशन और रिटर्न मापदंड के लिए कई तरह के मेट्रिक्स और सेगमेंट्स का इस्तेमाल करके विशेष कोहोर्ट ग्रुप बनाना। इससे खराब परफ़ॉर्मेंस देने वाले कस्टमर सेगमेंट्स की पहचान की जा सकती है और परफ़ॉर्मेंस में सुधार के लिए खास उनके लिए तैयार किए गए प्रमोशन्स या हस्तक्षेप के माध्यम से उन्हें टार्गेट किया जा सकता है।
- ऐप वर्ज़न अडॉप्शन: अलग-अलग मोबाइल ऐप वर्ज़न में यूज़र एंगेजमेंट, रिटेन्शन और चर्न रेट की तुलना करना, ताकि अडॉप्शन पैटर्न को समझा जा सके और यह पहचाना जा सके कि क्या कोई खास वर्ज़न यूज़र्स को दूर कर रहे हैं या अपग्रेड के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
- कैंपेन स्टिकीनेस: कस्टम डाइमेंशन कोहोर्ट फ़ीचर का इस्तेमाल करके अलग-अलग कैंपेन कोहोर्ट की तुलना करते हुए, समय के साथ यूज़र्स को आकर्षित करने और बनाए रखने की मार्केटिंग कैंपेन्स के असर का मूल्यांकन करना।
- प्रॉडक्ट लॉन्च इंपैक्ट: किसी नए प्रॉडक्ट लॉन्च के किसी विशेष कस्टमर सेगमेंट के बर्ताव और आय पर असर का आकलन करने के लिए, लेटेंसी टेबल सेटिंग का इस्तेमाल किया जाता है। आकलन करने के लिए लॉन्च से पहले और बाद की उनकी गतिविधियों का विश्लेषण किया जाता है।
- सबसे ज़्यादा लॉयल यूज़र्स की पहचान करना (व्यक्तिगत स्तर पर इस्तेमाल की निरंतरता): रोलिंग कैलकुलेशन सेटिंग इस्तेमाल करके महीने-दर-महीने के आधार पर दोबारा खरीदारी करने वाले कस्टमर्स की पहचान करना, और इसके विपरीत, उन कस्टमर्स की पहचान करना जो खरीदारी छोड़ चुके हैं या दोबारा खरीदारी करने का बर्ताव नहीं दिखा रहे हैं। ये अलग-अलग यूज़ केसेज़, यूज़र लाइफ़-साइकल मैनेजमेंट, प्रॉडक्ट परफ़ॉर्मेंस के आकलन और मार्केटिंग असर के मूल्यांकन से जुड़े बिज़नेस के महत्वपूर्ण सवालों को हल करने में कोहोर्ट एनालिसिस की फ़्लेक्सिबिलिटी को दिखाते हैं।
Adobe Analytics और GDPR कॉम्प्लायंस से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल।
डेटा प्राइवेसी रेग्युलेशन, खास तौर पर जनरल डेटा सिक्योरिटी रेग्युलेशन (GDPR), संगठनों द्वारा कस्टमर डेटा इकट्ठा करने, प्रॉसेस करने और स्टोर करने के तरीके को अहम तरीके से प्रभावित करते हैं। यूरोपियन यूनियन में काम करने वाले या वहाँ के लोगों को सेवाएँ देने वाले बिज़नेसेज़ के लिए यह समझना बेहद ज़रूरी है कि Adobe Analytics इन ज़रूरतों के साथ किस तरह अलाइन करता है।
क्या Adobe Analytics GDPR के कॉम्पलायंट है?
Adobe Analytics का इस्तेमाल करते हुए GDPR कॉम्प्लायंस पक्का करने के लिए क्या कदम उठाने की ज़रूरत होती है?
Adobe Analytics का इस्तेमाल करते हुए GDPR कॉम्प्लायंस पक्का करने के लिए यूज़र के संगठन को कई सक्रिय तरीके अपनाने होते हैं। दिए गए मटीरियल में कम्यूनिटी एडवाइज़र का जवाब ऐसे कई आधिकारिक Adobe रिसोर्सेज़ की ओर संकेत करता है, जो इस विषय पर पूरी गाइडेंस देते हैं। इनमें शामिल हैं:
- https://experienceleague.adobe.com/docs/analytics/admin/data-governance/an-gdpr-overview.html
- https://business.adobe.com/in_hi/products/analytics/general-data-protection-regulation.html
- https://business.adobe.com/in_hi/privacy/general-data-protection-regulation.html
ये रिसोर्सेज़ आम तौर पर ज़रूरी स्टेप्स के बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं, जैसे कि डेटा गवर्नेंस नीतियाँ लागू करना, Adobe Analytics में प्राइवेसी सेटिंग्स को सही तरीके से कॉन्फ़िगर करना, यूज़र की सहमति को असरदार ढंग से मैनेज करना और डेटा सब्जेक्ट ऐक्सेस रिक्वेस्ट्स (DSARs) के हैंडलिंग के लिए प्रॉसेस बनाना, जैसे कि GDPR द्वारा तय किया गया है। कॉम्प्लायंस ऑटोमैटिक नहीं है; इसके लिए प्लेटफ़ॉर्म के डेटा गवर्नेंस फ़ीचर्स का इस्तेमाल करके सावधानीपूर्वक कॉन्फ़िगरेशन करने और GDPR सिद्धांतों का लगातार पालन करने की ज़रूरत होती है।
Analysis Workspace से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल।
Analysis Workspace, Adobe Analytics का प्रमुख टूल है, जिसका इस्तेमाल डेटा की खोज, विज़ुअलाइज़ेशन और इनसाइट पाने के लिए किया जाता है। इस सेक्शन में Analysis Workspace की ज़रूर शर्तों, क्षमताओं और समस्याओं के समाधान से जुड़े सामान्य सवालों को कवर किया गया है।