
मल्टीचैनल कम्यूनिकेशन
सिंक्रोनाइज़्ड कॉन्टेंट को एक चैनल से दूसरे चैनल में ड्रैग एंड ड्रॉप करके सिंगल एडिटर के भीतर मोबाइल-रिस्पॉन्सिव वेब और प्रिंट-रेडी कम्यूनिकेशन्स बनाएँ, इन्हें प्रीव्यू और पब्लिश करें.
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कस्टमर जहाँ हों, उन तक वहीं पहुँचें
मार्केटर रोज़ाना आधार पर कस्टमर्स से बात करते हैं. हालाँकि अकसर कस्टमर सुन नहीं रहे होते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि ब्रांड्स से कम्यूनिकेट करने के तरीके के बारे में हर किसी की अपनी पसंद-नापसंद होती है. कस्टमर्स जहाँ सबसे ज़्यादा सहज हों, आप उनसे वहीं मिलना — और इसे पर्सनलाइज़्ड बनाए रखना चाहते हैं. आप यह भी जानते हैं कि जब अलग-अलग चैनल्स पर कम्यूनिकेशन में सुधार लाने की बात हो, तो सभी के लिए एक ही अप्रोच कारगर नहीं होती है.
मल्टीचैनल कम्यूनिकेशन से, नए और चल रहे कस्टमर संबंध बढ़ाने में मदद के लिए कंप्लायंट और मोबाइल-रेडी कॉरेस्पॉन्डेंस बनाएँ. ऐसे पर्सनलाइज़्ड लेटर्स, स्टेटमेंट्स और अन्य कम्यूनिकेशन्स बनाएँ और भेजें जिन्हें स्मार्टफ़ोन्स, टैबलेट्स या डेस्कटॉप्स — यहाँ तक कि प्रिंट में भी पाया और पढ़ा जा सके. जब आप कस्टमर्स से उनके शब्दों में कम्यूनिकेट करते हैं, तब आप रीच में सुधार लाएँगे, इंगेजमेंट बढ़ाएंगे और एनश्योर करेंगे कि वे आपका मैसेज सुनें.
देखें कि यह कैसे काम करता है.

ड्रैग-एंड-ड्रॉप वेरिएबल्स(नया)
अपने कॉन्टेंट का ड्राफ़्ट तैयार करें. इसके बाद, टेम्पलेट के अंदर खास वेरिएबल कॉन्टेंट से जोड़ने के लिए डेटा एलिमेंट्स को तेज़ी से ड्रैग एंड ड्रॉप करें.
सिंगल एडिटर
चाहे आप वेब या प्रिंट चैनल्स के लिए डॉक्युमेंट बना रहे हों या एडिट कर रहे हों, आप उन सभी को बहुत से अलग-अलग एडिटर्स की बजाय एक ही एडिटर में एडिट कर सकते हैं.
मल्टी-चैनल फ़्रेगमेंट्स
चार्ट और टेक्स्ट ब्लॉक्स समेत एक बार कंपोनेंट्स बनाएँ और फिर ज़रूरत के अनुसार उन्हें सभी चैनल्स पर ड्रैग एंड ड्रॉप करें.
देखें कि आपके डॉक्युमेंट्स आपके ब्राउज़र के अंदर विभिन्न डिवाइसेज़ — डेस्कटॉप, स्मार्टफोन, टैबलेट — पर कैसे दिखेंगे.
गहन जानकारी प्राप्त करें.
वेब और प्रिंट, दोनों टेम्पलेट्स बनाएँ.
हमारे डॉक्युमेंटेशन में जानें कि प्रिंट और वेब चैनल्स, दोनों के लिए टेम्पलेट्स कैसे बनाएँ.
पर्सनलाइज़्ड टेक्स्ट बनाएँ.
हमारे मदद सेक्शन से जानें कि इंटरैक्टिव कम्यूनिकेशन्स में टेक्स्ट कैसे बनाएँ, एडिट और फ़ॉर्मैट करें.
कम्यूनिकेशन्स से कस्टमर एक्सपीरिएंस को ट्रांसफ़ॉर्म करना.
जानें कि ऐसी कस्टमर कम्यूनिकेशन स्ट्रैटेजी कैसे बनाई जाए जो कस्टमर को हासिल करने के बाद एक्सपीरिएंस के फ़ासले को पाट सके.