टेलीकॉम्यूनिकेशन्स
जब आप कस्टमर्स की लैंग्वेज बोलते हैं, तब वे आपके साथ बने रहते हैं.
टेलीकॉम्यूकेशन्स कस्टमर्स बदल गए हैं और इसी तरह उनकी उम्मीदें भी बदल गई हैं. ये बदलाव आगे भी होते रहेंगे. यह सिर्फ़ आज उनकी उम्मीदें पूरी करने तक सीमित नहीं है बल्कि इस बारे में अंदाज़ा लगाने से संबंधित है कि वे किस तरफ़ जा रहे हैं.